पति फरार, तीन गिरफ्तार
लखनऊ से एक बेहद दर्दनाक और खौफनाक घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक महिला की उसके पति ने सिर्फ बीमा के पैसों के लिए हत्या कर दी। और भी चौंकाने वाली बात यह है कि इस जघन्य अपराध में पति अकेला नहीं था, बल्कि उसने अपने तीन साथियों की मदद से इस वारदात को अंजाम दिया।
घटना का खुलासा और गिरफ्तारियां
पुलिस की कड़ी मेहनत और 17 महीने की लंबी जांच के बाद आखिरकार तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन महिला का पति अभी भी फरार है। पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने जानकारी दी कि पुलिस ने मंगलवार को तीन आरोपियों – कुलदीप सिंह, वकील आलोक निगम और दीपक वर्मा को गिरफ्तार किया। इन तीनों पर महिला की हत्या में शामिल होने का आरोप है।
दर्दनाक कहानी: कैसे पति बना कातिल
यह कहानी सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक रिश्ते के टूटने की कहानी है, जिसमें इंसानियत की सारी हदें पार कर दी गईं। लखनऊ के कंचनपुर मटियारी निवासी 32 वर्षीय अभिषेक शुक्ला ने 2022 में 28 वर्षीय पूजा यादव से शादी की थी। पूजा ने सोचा होगा कि उसका जीवन अब खुशहाल होगा, लेकिन उसे क्या पता था कि उसका पति उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा।यह अभिषेक की दूसरी शादी थी। उसकी पहली पत्नी अभी भी जिंदा थी, लेकिन अभिषेक ने लालच में आकर दूसरी शादी की, ताकि वह जीवन बीमा के पैसे हड़प सके। शादी के एक साल के भीतर ही अभिषेक ने पूजा के नाम पर 10 लाख रुपये का लोन लिया और किश्तों पर छह गाड़ियां खरीदीं – चार कारें और दो बाइक। इस पूरे षड्यंत्र का मकसद सिर्फ बीमा के पैसे और लोन का फायदा उठाना था ।
एक महिला का सपना टूटा
सोचिए, पूजा यादव के लिए यह शादी एक नए जीवन की शुरुआत थी। उसने उम्मीद की होगी कि उसका पति उसके साथ जीवन भर खड़ा रहेगा। लेकिन उसे क्या पता था कि उसका पति उसके जीवन के बीमा के पैसों की चाह में उसकी जान ले लेगा।हम अक्सर शादी को एक पवित्र बंधन मानते हैं, जहां भरोसा और प्यार सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। लेकिन इस घटना में, एक महिला को उसी इंसान ने धोखा दिया, जिससे उसने अपने भविष्य के सपने देखे थे। पूजा को शायद कभी एहसास भी नहीं हुआ होगा कि उसका जीवन इतना निर्दयी तरीके से खत्म कर दिया जाएगा।
समाज के लिए एक सबक
इस घटना ने न केवल पूजा यादव के परिवार को गहरे दर्द में डाल दिया है, बल्कि समाज को भी यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। लालच और पैसे की चाह में लोग इतने अमानवीय हो सकते हैं कि वे रिश्तों की परवाह तक नहीं करते।
यह घटना सिर्फ एक महिला की हत्या नहीं है, बल्कि एक समाज के लिए एक कड़ा सबक है कि पैसे के पीछे भागना इंसान को कहां तक गिरा सकता है। हमें समझना होगा कि जीवन में रिश्तों की अहमियत सबसे ज्यादा है और पैसों के लिए उन्हें दांव पर नहीं लगाया जा सकता।
नतीजा
अब जब तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं, यह देखना बाकी है कि फरार चल रहे पति को कब पकड़ा जाएगा। पुलिस अपनी कोशिशों में लगी हुई है, लेकिन यह साफ है कि इस घटना ने कई लोगों के दिलों में गहरी चोट छोड़ी है।
पूजा यादव की मौत ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे लालच इंसान को इतना अंधा बना सकता है कि वह रिश्तों और इंसानियत की कीमत पर किसी की जान लेने पर उतारू हो जाता है।
जय हिंद 🇮🇳
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