प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में फ़िल्म “साबरमति रिपोर्ट” का समर्थन करते हुए इसे गोधरा कांड से जुड़े झूठे नैरेटिव को उजागर करने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह फ़िल्म सच्चाई को सामने लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।” साथ ही, उन्होंने नागरिकों से इसे देखने की अपील की ताकि लोग इतिहास की वास्तविकता को समझ सकें।
2002 का गोधरा कांड: सच्चाई और भ्रम के बीच संघर्ष
2002 का गोधरा कांड भारतीय इतिहास की सबसे संवेदनशील और विवादास्पद घटनाओं में से एक है। घटना तब हुई जब साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की एक बोगी में आग लगी, जिसमें 59 कारसेवकों की मौत हो गई। इसके बाद गुजरात में हिंसा का दौर शुरू हो गया।
इस घटना की सच्चाई को लेकर शुरू से ही कई भ्रामक बातें सामने आईं। कुछ मीडिया संस्थानों और राजनीतिक समूहों ने इसे सांप्रदायिक रंग देकर गलत जानकारियाँ फैलाईं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर कहा, “गोधरा कांड के दौरान सच्चाई को दबाने के लिए झूठे बयान और प्रोपेगेंडा का सहारा लिया गया।”
फ़िल्म “साबरमति रिपोर्ट” इन्हीं विवादित पहलुओं को उजागर करने का प्रयास करती है ताकि जनता को सही तस्वीर दिख सके।
झूठे नैरेटिव का पर्दाफाश
News24x7
गोधरा कांड के बाद कई संस्थानों ने झूठे नैरेटिव तैयार कर जनता को गुमराह किया। फ़िल्म “साबरमति रिपोर्ट” में दिखाया गया है कि कैसे उस समय मीडिया और कुछ राजनीतिक ताकतों ने इस घटना को अपने फायदे के लिए मोड़ने की कोशिश की।
फ़िल्म के जरिए यह भी बताया गया है कि झूठे प्रोपेगेंडा कैसे जनता की सोच को प्रभावित करते हैं। इसे देखकर लोग खुद तय कर सकते हैं कि क्या सही है और क्या गलत।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश: सच्चाई को जानें
News24x7
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “गोधरा कांड की असली सच्चाई को जानना हर नागरिक का कर्तव्य है।” उन्होंने फ़िल्म देखने की अपील करते हुए बताया कि इतिहास से सीखने और सच्चाई को समझने की ज़रूरत है।
उनका यह बयान दर्शाता है कि वह झूठे नैरेटिव के खिलाफ खड़े हैं और सच्चाई को उजागर करना चाहते हैं।
फ़िल्म की ख़ासियत: सच्चाई की पड़ताल
“साबरमति रिपोर्ट” सिर्फ एक फ़िल्म नहीं, बल्कि एक दस्तावेज़ है जो गोधरा कांड के हर पहलू को सामने लाती है। यह फ़िल्म कई महत्वपूर्ण सवाल उठाती है:
क्या मीडिया ने सही तथ्य पेश किए?
गोधरा कांड के पीछे असली वजह क्या थी?
झूठे नैरेटिव फैलाने से किसे लाभ हुआ?
फ़िल्म सच्चाई को संवेदनशीलता से पेश करती है, जो हर दर्शक को सोचने पर मजबूर कर देती है।
सच्चाई से रूबरू होने का अवसर
“साबरमति रिपोर्ट” यह दिखाती है कि कैसे इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। यह फ़िल्म एक माध्यम है, जो जनता को सच्चाई के करीब लाने का प्रयास करती है। प्रधानमंत्री मोदी का इस फ़िल्म का समर्थन दर्शाता है कि वह ऐतिहासिक घटनाओं की सटीकता को महत्व देते हैं।
निष्कर्ष: जागरूकता की ओर कदम
News24x7
“साबरमति रिपोर्ट” फ़िल्म केवल गोधरा कांड की सच्चाई नहीं दिखाती, बल्कि यह सिखाती है कि किसी भी घटना को समझने के लिए सटीक तथ्यों तक पहुँचना कितना जरूरी है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम नागरिकों को झूठे प्रोपेगेंडा से बचने और सच्चाई को समझने की प्रेरणा देता है। इस फ़िल्म को देखना हर नागरिक के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
जय हिंद 🇮🇳
News24x7
Leave a Reply