25 दिन की कड़ी खामोशी और गहरी साजिश के बाद, आखिरकार इजराइल ने ईरान पर बड़ा हवाई हमला किया। अक्टूबर की 25 तारीख की रात को इजराइल ने अपने 100 से ज्यादा फाइटर जेट्स के साथ ईरान के पांच प्रमुख शहरों को निशाना बनाया। इस हमले से ईरान के सैन्य ठिकानों को खासा नुकसान पहुंचा है, और विस्फोटों की गूंज राजधानी तेहरान तक सुनी गई।
इजराइल और ईरान के बीच विवाद और टकराव नई बात नहीं है, लेकिन हाल ही में एक अक्टूबर को जो कुछ हुआ, उसने इस संघर्ष को और भड़का दिया। ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया, और इजराइल के कई ठिकानों को नुकसान पहुंचाया। इस हमले में इजराइल को बेशक झटका लगा, लेकिन उसने उसी वक्त यह तय कर लिया था कि इसका जवाब जल्द और सटीक तरीके से दिया जाएगा। 25 दिनों तक चली इस प्लानिंग के बाद इजराइल ने उस वक्त हमला किया, जब शायद ईरान को इसका अंदेशा नहीं था।
पांच शहरों पर इजराइल का हमला: कैसी थी रणनीति?
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इजराइल ने इस हमले में ईरान के पांच बड़े शहरों को निशाना बनाया। इनमें से हर शहर में मौजूद सैन्य ठिकाने और रणनीतिक जगहों पर इजराइल ने बारीकी से हमला किया। इजराइल के 100 से अधिक फाइटर जेट्स ने बिना किसी चेतावनी के रात के अंधेरे में ईरान की तरफ उड़ान भरी। इस हमले का उद्देश्य केवल बदला लेना ही नहीं था, बल्कि ईरान को उसकी आक्रामकता के परिणाम दिखाना भी था।
जैसे ही इन फाइटर जेट्स ने ईरानी ठिकानों पर हमला किया, हर तरफ दहशत का माहौल बन गया। विस्फोटों की आवाज इतनी तेज थी कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। राजधानी तेहरान से लेकर दूर-दराज के क्षेत्रों तक लोगों ने महसूस किया कि शायद युद्ध छिड़ गया है। जो लोग अब तक रात की खामोशी में सो रहे थे, उन्हें इन धमाकों ने हिला दिया।
क्यों किया इजराइल ने इतना बड़ा हमला?
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इजराइल के लिए यह केवल बदले का हमला नहीं था; यह एक संदेश भी था कि वह अपने नागरिकों और अपनी जमीन की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इजराइल के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह हमला केवल शुरुआत है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईरान ने आगे कोई कदम उठाया, तो इसका और भी कठोर जवाब दिया जाएगा। इजराइल इस क्षेत्र में अपनी शक्ति और प्रभुत्व बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और वह किसी भी प्रकार की धमकी बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस घटना के बाद अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि क्या यह जंग यहीं थमेगी या फिर दोनों देशों के बीच यह संघर्ष और भी बढ़ सकता है। इजराइल के इस जवाबी हमले के बाद से ईरान में खौफ का माहौल बन गया है। वहीं, दूसरी ओर, ईरान की सरकार इस हमले के बाद चुप नहीं बैठेगी। इस तनावपूर्ण माहौल में दोनों देशों के बीच हालात किस ओर रुख करेंगे, यह देखना अभी बाकी है।
जय हिंद 🇮🇳
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